सीमा पार से आतंकी घटनाएं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चिन्ताजनक- प्रमोद तिवारी
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने जम्मू में सीमा पार से खतरनाक आतंकी गतिविधियो को बेहद चिंताजनक करार दिया है।

सीमा पार से आतंकी घटनाएं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चिन्ताजनक- प्रमोद तिवारी
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
लालगंज प्रतापगढ़, 12 अप्रैल।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने जम्मू में सीमा पार से खतरनाक आतंकी गतिविधियो को बेहद चिंताजनक करार दिया है।
उन्होने जम्मू के अखनूूर सेक्टर में आतंकी हमले में जेसीओ के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने इस आतंकी हमले पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की घेराबंदी करते हुए कहा कि धारा तीन सौ सत्तर हटने के बाद इन आतंकी घटनाओं को लेकर वह देश के सामने जबाबदेही तय करें। उन्होने कहा कि बहादुर जेसीओ के देश की हिफाजत मे बलिदान पर फक्र है।
उन्होने कहा कि सीमा पार से आतंकवाद को समूल रूप से नष्ट करने के लिए भाषणो से नही बल्कि अब आतंकवाद को भयग्रस्त करने के लिए गोलियांे से करारा जबाब दिया जाना चाहिए।
उन्होने कहा कि यह और चिन्ताजनक है कि अब वहां आतंकी हमले फौज तथा पैरा मिलिट्री पर हो रहे हैं।
वही राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने वक्फ कानून को लेकर पश्चिम बंगाल मे हुई हिंसा में लोक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने को भी दुर्भाग्यपूर्ण कहा है।
उन्होने कहा कि वक्फ कानून पहले भी पास हुए हैं पर इस समय भाजपा इसकी आड़ में देश भर में साम्प्रदायिक आग फैला रही है। उन्होने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार को हर कीमत पर वहां कानून और व्यवस्था के कडे प्रबन्धों के साथ निर्दोष लोगों की जान व सम्पत्ति की रक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि धार्मिक एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी भाजपा हमलावर हो उठी है। उन्होने कहा कि कांग्रेस संविधान के मूल ढांचे को भी कमजोर करने के मोदी सरकार के हर प्रयास को विफल करने के लिए कटिबद्ध है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का यह बयान शनिवार को यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत हुआ है।